विश्रामपुर की जनता ने ठाना है: ना सहेंगे, ना कहेंगे, बदल कर रहेंगे – विकास दुबे
पलामू: विश्रामपुर विधानसभा क्षेत्र से झारखंड युवा विकास पार्टी की उम्मीदवार जागृति दुबे ने अपने हजारों समर्थकों के साथ मेदिनीनगर में निर्वाची पदाधिकारी के समक्ष नामांकन पत्र दाखिल किया। नामांकन के बाद प्रेस से बातचीत में उन्होंने अपने विचार साझा किए और वर्तमान जनप्रतिनिधियों पर गंभीर आरोप लगाए।
जागृति दुबे ने कहा कि, “विश्रामपुर विधानसभा क्षेत्र की गरीब जनता को यहां के जनप्रतिनिधियों ने लगातार धोखा दिया है। सरकारी योजनाओं में लूट-खसोट और भ्रष्टाचार आम बात हो चुकी है। यह सब जनप्रतिनिधियों की लापरवाही और बेईमानी का नतीजा है। यदि जनप्रतिनिधि ईमानदार होते, तो गरीबों से सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाने के लिए कोई पैसा नहीं मांगता। मगर विश्रामपुर में भ्रष्टाचार ने सरकारी योजनाओं का स्वरूप ही बिगाड़ दिया है।”
उन्होंने अपनी राजनीतिक यात्रा को लेकर भी साफ किया, “मैं राजनीति में आना नहीं चाहती थी। लेकिन जनता के दुख-दर्द और उनकी मांगों को देखकर मुझे चुनावी मैदान में उतरने का फैसला करना पड़ा। विश्रामपुर की जनता बदलाव चाहती है और मैं उनके इस विश्वास को लेकर मैदान में उतरी हूं। अगर मुझे जनता का समर्थन मिला, तो मैं विश्रामपुर की तकदीर और तस्वीर बदलकर रख दूंगी। हर व्यक्ति को उसका वाजिब हक मिलेगा। लूट, खसोट और भ्रष्टाचार पर पूरी तरह से रोक लगाई जाएगी।”
जागृति दुबे ने अपने भाषण में एक मजबूत वादा भी किया, “यह मेरा सिर्फ वादा नहीं, बल्कि विश्वास और दावा है। अगर मैंने अपने वादों को पूरा नहीं किया, तो दोबारा जनता के सामने चेहरा नहीं दिखाऊंगी।”
विकास दुबे ने किया बदलाव का आह्वान
इस मौके पर जागृति दुबे के पति और झारखंड युवा विकास पार्टी के संस्थापक विकास दुबे ने भी अपने विचार साझा किए। उन्होंने कहा, “विश्रामपुर की जनता अब जाग चुकी है। उन्होंने ठान लिया है कि ना तो अब अन्याय सहेंगे और ना ही इसे स्वीकार करेंगे। जनता बदलाव चाहती है और इस बार बदलाव होकर रहेगा।”
विकास दुबे ने आगे कहा, “हमारी पार्टी का मकसद जनता के हक की लड़ाई लड़ना है। हम भ्रष्टाचार, लूट और असमानता को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”
इस प्रकार, जागृति दुबे के नामांकन के साथ ही विश्रामपुर विधानसभा क्षेत्र में चुनावी सरगर्मियां तेज हो गई हैं। जनता की निगाहें अब इस बात पर हैं कि आगामी चुनाव में जागृति दुबे का प्रदर्शन कैसा रहता है और क्या वाकई वे अपने वादों को पूरा कर पाएंगी।